बल तथा गति संबंधित जानकारी | Force and Speed Related Knowledge in Hindi
इस लेख में आप बल तथा गति (Force and Speed) से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह लेख प्रातियोगी परीक्षाओं UPSC, PSC, SSC, Railway, इत्यादि के लिए बहुत परिक्षापयोगी है। आप Engineering Entrance Exam के लिए भी इस विषय की तैयारी कर सकते है।
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बल तथा गति संबंधित जानकारी | Force and Speed Related Knowledge in Hindi |
● भौतिकी की दो सबसे पुरानी शाखाएँ कौन सी है → यांत्रिकी, प्रकाशिकी
● विरामावस्था में वस्तुओं के अध्ययन को क्या कहा जाता है → स्थैतिकी● वास्तविक गतिकी को अंग्रेजी में क्या कहते है → काइनेमैटिक्स
● काइनेमैटिक्स किस ग्रीक से बना है → काइनेमा
● डायनेमिक्स (गतिकी) किस भाषा शब्द से बना है → ग्रीक
● किसी वस्तु द्वारा निश्चित समय में चले गए मार्ग की लम्बाई को क्या कहते → दूरी
● किसी वस्तु की अंतिम एवं प्रारम्भिक स्थितियों के बीच की दूरी को क्या कहते हैं → विस्थापन
● किसी गतिमान वस्तु की स्थिति परिवर्तन की दर (1 सेकेंड में चली गई दूरी) उस वस्तु की क्या कहलाती है → चाल
● गतिशील वस्तु के विस्थापन की दर अर्थात् 1 सेकेंड में हुआ विस्थापन वस्तु का क्या कहलाता है → वेग
● किसी गतिमान वस्तु के वेग में प्रति एकांक समयांतराल में होने वाले परिवर्तन को उस वस्तु का क्या कहते हैं → त्वरण
● वे भौतिक राशियाँ, जिनमें परिमाण के साथ-साथ दिशा भी होती है, क्या कहलाती हैं → सदिश राशियाँ
● अदिश राशियों के उदाहरण कौन-कौन से हैं → द्रव्यमान, चाल, आयतन, कार्य, समय, ऊर्जा, विद्युत धारा, ताप, दाब, दूरी
● सदिश राशियों के उदाहरण कौन-कौन-से हैं → वेग, विस्थापन, बल, आवेग, संवेग, त्वरण, बल-आघूर्ण
● किस इटैलियन वैज्ञानिक ने जड़त्व के सिद्धांत की खोज की → गैलीलियो
● चन्द्रमा पर पहाड़ियों, बृहस्पति के उपग्रहों व शनि के वलयों को देखने वाले प्रथम व्यक्ति कौन थे → गैलीलियो
● पृथ्वी के गिर्द चंद्रमा की गति किस गति का उदाहरण है → वृत्तीय
● यदि वृत्ताकार मार्ग पर गति करती हुई वस्तु एक समान चाल से गति करती है, तो उसकी गति को क्या कहते हैं → एक समान वृत्तीय गति
● समरूप वृत्तीय गति किस प्रकार की गति होती है→ त्वरित गति
● वृत्ताकार मार्ग पर गतिशील कण को वृत्त के केन्द्र से मिलाने वाली रेखा एक सेकंड में जितने कोण से घूम जाती है, उसे उस कण का क्या कहते हैं → कोणीय वेग
● कोणीय वेग को किससे प्रकट किया जाता है→ ω (ओमेगा)
● रेखीय चाल किसके गुणनफल के बराबर होती है → कोणीय चाल x त्रिज्या
● किसी गतिमान वस्तु के द्रव्यमान तथा वेग के गुणनफल को क्या कहते हैं → वस्तु का संवेग
● भौतिकी का पिता किसे कहा जाता हैं → न्यूटन
● न्यूटन ने गति के नियम किस पुस्तक में प्रतिपादित किए → प्रिंसिपिया
● न्यूटन ने किस वर्ष में गति के नियम प्रतिपादित किए → 1687 ई. में
● गति के प्रथम नियम को अन्य किस नाम से जाना जाता है → गैलीलियो का नियम या जड़त्व का नियम
● बाह्य बल के अभाव में किसी वस्तु की अपनी विरामावस्था या समान गति की अवस्था को बनाए रखने की प्रवृत्ति को क्या कहते हैं → जड़त्व
● न्यूटन के गति के प्रथम नियम से किसकी परिभाषा मिलती हैं → बल की
● वह बाह्य कारक जो किसी वस्तु की प्रारंभिक अवस्था में परिवर्तन करता है या परिवर्तन करने की चेष्टा करता है, क्या कहलाता है → बल
● हर क्रिया के प्रति हमेशा कोई बराबर तथा विपरीत प्रतिक्रिया होती है, किसके द्वारा प्रदत्त नियम है → न्यूटन
● जब दो या अधिक वस्तुएँ एक दूसरे के साथ परस्पर क्रिया करती हैं और कोई भी बाह्य बल नहीं लग रहा है तो उनका कुल संवेग कैसा रहता है → स्थायी
● किन्हीं दो वस्तुओं के सम्पर्क तल पर उत्पन्न कौन-सा बल एक वस्तु को दूसरी वस्तु पर सरकने का विरोध करता है → घर्षण
● जब एक वस्तु दूसरी वस्तु पर गति प्रारंभ करने को होती है, उस स्थिति में दोनों के बीच लगा अधिकतम बल क्या कहलाता है → सीमांत घर्षण
● M.K.S. पद्धति में बल का मात्रक क्या हैं → न्यूटन
● बल किसका गुणनफल है → द्रव्यमान और त्वरण का
● पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण का मान कितना होता है → 9.8 मीटर/सेकेंड
● यदि कोई वस्तु विरामावस्था में हो, तो उसका वेग कितना होगा → शून्य
● जब कोई पिंड विरामावस्था से चलना प्रारंभ करता है, तो उसका वेग कितना होगा→ शून्य
● कोई पिंड एक समान वेग से गतिमान है, तो उसमें त्वरण कितना होगा → शून्य
● एक व्यक्ति दीवार को धक्का देता है और उसे विस्थापित करने में असफल हो जाता है तो उसके द्वारा किया गया कार्य कितना होगा → शुन्य
● जब कोई व्यक्ति चंद्रमा पर उतरता है तो उसके भार में क्या परिर्वतन होता है → भार में कमी प्रतीत होती हैं
● ठहरी हुई मोटर या रेलगाड़ी के अचानक चल पड़ने पर उसमें बैठे यात्री पीछे की ओर झुक जाते हैं, ऐसा किस कारण से होता है → जड़त्व के कारण
● चलती हुई मोटरकार के अचानक रुकने पर उसमें बैठे यात्री आगे की ओर झुक जाते हैं, ऐसा किस कारण से होता है → जड़त्व के कारण
● कम्बल को हाथ से पकड़कर डण्डे से पीटने पर धूल के कण किस कारण से भरकर गिर पड़ते हैं → जड़त्व के कारण
● किसी वस्तु के द्रव्यमान और वेग के गुणनफल को क्या कहते हैं → संवेग
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बल तथा गति संबंधित जानकारी | Force and Speed Related Knowledge in Hindi
● संवेग का S.I. मात्रक क्या है → किग्रा-मी/से● क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया का होना किसका नियम है → न्यूटन का तृतीय नियम
● बन्दूक से गोली चलाने पर, चलाने वाले को पीछे की ओर धक्का लगना किस नियम का उदाहरण है→ न्यूटन का तृतीय नियम
● नाव से किनारे पर कूदने पर नाव का पीछे की ओर हट जाना किस नियम का उदाहरण हैं → न्यूटन का तृतीय नियम
● रॉकेट को उड़ाने में कौन-सा नियम सहायक हैं → न्यूटन का तृतीय नियम
● यदि कणों के किसी समूह या निकाय पर कोई बाह्य बल नहीं लग रहा हो तो उस निकाय का कुल संवेग नियत रहता है, यह किस सिद्धांत को निरूपित करता है → संवेग संरक्षण का सिद्धान्त
● बल तथा समय-अन्तराल के गुणनफल को क्या कहते हैं → आवेग
● आवेग किसके बराबर होता है→ संवेग में परिवर्तन के
● आवेग का मात्रक क्या है → न्यूटन सेकेंड (NS)
● आवेग की दिशा किसकी दिशा के समान होती है → बल की
● जब कोई वस्तु किसी वृत्ताकार मार्ग पर चलती है तो उस पर एक बल वृत्त के केन्द्र की ओर कार्य करता है, इस बल को क्या कहते हैं → अभिकेंद्रीय बल
● किस बल के अभाव में वस्तु वृत्ताकार मार्ग पर नहीं चल सकती है → अभिकेंद्रीय बल
● अभिकेंद्रीय बल का सूत्र क्या होता है → F = mv2/r जहाँ m = पिंड का द्रव्यमान, v = चाल, r= त्रिज्या
● ऐसे बल जिन्हें परिवेश में किसी पिंड से संबंधित नहीं किया जा सकता क्या कहलाते हैं → छद्म बल या जड़त्वीय बल
● अपकेंद्रीय बल किस प्रकार का बल है → छद्म बल या जड़त्वीय बल
● अपकेंद्रीय बल की दिशा क्या होती है → अभिकेंद्रीय बल के विपरीत
● दूध से मक्खन निकालने की मशीन किस सिद्धांत पर कार्य करती है → अपकेंद्रीय बल के सिद्धांत पर
● बल द्वारा एक पिंड को एक अक्ष के परितः घुमाने की प्रवृत्ति को क्या कहते → बल-आघूर्ण
● बल-आघूर्ण (T) किसके गुणनफल के तुल्य होता है → बल x आघूर्ण भुजा
● बल-आघूर्ण किस प्रकार की राशि हैं → सदिश राशि
● बल-आधूर्ण का मात्रक क्या है → न्यूटन मीटर
● 1 किग्रा-भार कितने न्यूटन के बराबर होता है → 9.8 न्यूटन
● एक व्यक्ति लिफ्ट पर खड़ा है और यदि डोरी टूट जाए तो उसे अपना भार कितना प्रतीत होगा → शून्य
● सरल मशीन किस सिद्धांत पर कार्य करती हैं→ बल-आघूर्ण के सिद्धांत पर
● एक सीधी या टेढ़ी दृढ़ छड़ जो किसी निश्चित बिंदु के चारों ओर स्वतंत्रतापर्वक घूम सकती है, उसे क्या कहते हैं→ उत्तोलक
● उत्तोलक में कितने बिंदु होते हैं → तीन (आलंब, आयास, भार)
● जिस निश्चित बिंदु के चारों ओर उत्तोलक की छड़ स्वतंत्रतापूर्वक घूम सकती है, उसे क्या कहते हैं → आलंब
● उत्तोलक को उपयोग में लाने के लिए उस पर जो बल लगाया जाता है, उसे क्या कहते हैं → आयास
● उत्तोलक के द्वारा जो बोझ उठाया जाता है अथवा रुकावट हटाई जाती है उसे क्या कहते हैं → भार
● उत्तोलक कितने प्रकार के होते हैं→ तीन (प्रथम, द्वितीय, तृतीय श्रेणी के उत्तोलक)
● प्रथम श्रेणी के उत्तोलक कौन-से हैं→ तुला, कैंची, प्लास, सिंडासी, कील उखाड़ने की मशीन, सीसॉ झूला, साइकिल का ब्रेक, हैंडपम्प
● द्वितीय श्रेणी के उत्तोलक कौन-से हैं → सरौता, नींबू निचोड़ने की मशीन, एक पहिए की कूड़ा ढोने की गाड़ी
● तृतीय श्रेणी के उत्तोलक कौन-से हैं → चिमटा, हल, मनुष्य का हाथ
● किस श्रेणी के उत्तोलकों में आलंब (F) आयास (E) तथा भार (W) के बीच में स्थित होता है → प्रथम श्रेणी के उत्तोलक
● प्रथम श्रेणी के उत्तोलकों में यांत्रिक लाभ कितना होता है →
1 से अधिक, 1 के बराबर तथा 1 से कम
● किस श्रेणी के उत्तोलकों में आलंब तथा आयास के बीच, भार होता है → द्वितीय श्रेणी के उत्तोलक
● द्वितीय श्रेणी के उत्तोलकों में यांत्रिक लाभ कितना होता है → सदैव एक से अधिक
● किस श्रेणी के उत्तोलकों में आलंब तथा भार के बीच में आयास होता है → तृतीय श्रेणी के उत्तोलक
● तृतीय श्रेणी के उत्तोलकों में यांत्रिक लाभ कितना होता है → सदैव एक से कम
● वह बिंदु जिस पर समस्त भार कार्य करता है, चाहे वस्तु जिस स्थिति में रखी जाए, क्या कहलाता है→ गुरुत्व केंद्र
● वस्तु का भार किस दिशा में कार्य करता हैं → गुरुत्व केन्द्र से ठीक नीचे की ओर
● गुरुत्व केन्द्र पर वस्तु के भार के बराबर कौन-सा बल लगाकर वस्तु का संतुलित रखा जा सकता है → उपरिमूखी बल
● संतुलन कितने प्रकार के होते हैं → तीन (स्थायी, अस्थायी, उदासीन)
● यदि किसी वस्तु को उसकी संतुलन स्थिति से थोड़ा विस्थापित किया जाए और बल हटाते ही पुनः वह पूर्व स्थिति में आ जाए तो ऐसे संतुलन को क्या कहते हैं → स्थायी संतुलन
● यदि किसी वस्तु को उसकी संतुलनावस्था से थोड़ा विस्थापित करके छोड़ने पर वह पुनः संतुलन की अवस्था में न आए तो इसे क्या कहते हैं → अस्थायी संतुलन
● यदि वस्तु को संतुलन की स्थिति से थोड़ा-सा विस्थापित करने पर उसका गरुत्व केंद्र (G) उसी ऊँचाई पर बना रहता है तथा छोड़ देने पर वस्तु अपनी नई स्थिति में संतुलित हो जाती है तो उसका संतुलन क्या कहलाता है → उदासीन संतुलन
● किसी वस्तु के स्थायी संतुलन की मुख्य शर्ते क्या हैं → वस्तु का गुरुत्व केन्द्र नीचे, और ऊध्र्वाधर रेखा वस्तु के आधार से गुजरे
● वे आकाशीय पिंड, जो सूर्य के इर्द-गिर्द घूमते हैं, क्या कहलाते हैं → ग्रह
● हमारे सौरमंडल के कितने ग्रह हैं → 8
● सूर्य के सबसे समीप कौन-सा ग्रह है → बुध
● सूर्य से सबसे दूर कौन-सा ग्रह है→ वरुण
● ग्रहों की गति का विस्तृत अध्ययन किस वैज्ञानिक ने किया था → जॉन केप्लर
● पृथ्वी के गुरुत्वीय बल के कारण किसी वस्तु के वेग में प्रति सेकेंड होने वाली वृद्धि क्या कहलाती है → गुरुत्वीय त्वरण g
● किसी ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाने वाला आकाशीय पिंड उस ग्रह का क्या कहलाता है → उपग्रह
● उपग्रह की चाल उसके किस गुण पर निर्भर करती है → पृथ्वी तल से ऊँचाई पर
● पृथ्वी के तल पर खड़े होने पर तल हमारे पैरों पर कैसा बल लगाता है→ प्रतिक्रिया बल
● अंतरिक्ष यात्री अपना भोजन विशेष प्रकार की ट्यूबों में क्यों ले जाते हैं → उपग्रहों में भारहीनता के कारण
● चन्द्रमा पर गुरुत्वीय त्वरण का मान पृथ्वी पर इसके मान का कितना होता है→ 1/6
● वायुमंडल की उपस्थिति या अनुपस्थिति किस पर निर्भर करती है → पलायन वेग
● सभी वस्तुएँ पृथ्वी द्वारा उन पर लगाए गए किस बल के कारण गिरती हैं → गुरुत्वाकर्षण
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