GSM कैसे काम करता है | How GSM Works in Hindi
दोस्तों इस आर्टिकल में GSM यानी ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कैसे काम करता है, की जानकारी दी गयी है। डिजिटल मोबाइल ट्रांसमिशन एनॉलाग से इसलिये बेहतर होता है क्योंकि इसमें वॉयस, डाटा तथा फैक्स को सिंगल सिस्टम में इन्टीग्रेट किया जा सकता है, स्पीच कम्प्रैशन करके बैंडविड्थ कम की जा सकती है तथा एरर ट्रांसमिशन करैक्टिंग कोड्स का प्रयोग करके ट्रांसमिशन क्वालिटी को बेहतर बनाया जा सकता है।
वायरलैस डिजिटल रेडियो सिस्टम में चैनल allocation की कई तकनीकें हैं जैसे GSM (Global System for Mobile Communication), CDPD (Cellular Digital Packet Data), CDMA (Code Division Multiple Access)।
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GSM कैसे काम करता है | How GSM Works in Hindi |
GSM एक यूरोपीय डिजिटल सिस्टम है, जो कि channel access हेतु स्लॉटेड एलोहा (slotted aloha), FDM तथा TDM तकनीकों को संयुक्त करके बना है। GSM को मूलतः 900 MHz बैंड हेतु डिजाइन किया गया था किन्तु बाद में इसे 1800 MHz आवृत्ति allocate की गई। एक GSM सिस्टम में अधिकतम 200 फुल ड्यूप्लैक्स चैनल प्रति सैल हो सकते हैं। प्रत्येक चैनल की एक डाउनलिंक आवृत्ति तथा एक अपलिक आवृत्ति होती है। प्रत्येक आवृत्ति बैंड की चौड़ाई 200 KHz होती है।
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GSM System Frequency Channel and Slot |
चित्र में एक GSM सिस्टम प्रदर्शित है जो कि 124 आवृत्ति चैनल प्रयोग करता है तथा इनमें से प्रत्येक चैनल आठ-स्लॉट वाला TDM सिस्टम प्रयोग करता है। अत: 124 आवृत्ति चैनलों में से प्रत्येक चैनल आठ अलग-अलग कनैक्शन को support करता है। प्रत्येक currently active स्टेशन को प्रत्येक चैनल में एक टाइम स्लॉट दिया जाता है। यदि आठ शेडेड टाइम स्लॉट (shaded time slot) एक ही चैनल के हैं तो चार अपलिंक हेतु तथा चार डाउनलिंक के लिए होते है।
अत: यदि मोबाइल स्टेशन जिसको आवृत्ति 890.4/935.4 MHz है,तथा जिसका स्लॉट नम्बर 2 है. को बेस स्टेशन को डाटा टांसमिट करना है तो वह नीचे वाले (890.4 MH) शेडेड स्लॉट में अपना डाटा तब तक रखता रहेगा जब तक पूर्ण डाटा ट्रांसमिट नही हो जाता।
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GSM data frame |
चित्र में प्रदर्शित प्रत्येक TDM स्लॉट में 148 बिट डाटा फ्रेम (data frame) होता है। प्रत्येक डाटा फ्रेम की प्रथम तीन व अन्तिम तीन बिट 0 होती हैं। इस फ्रेम में दो 57-बिट information field होती हैं। दो information field के मध्य 26-बिट sync field होती है। जो synchronization हेतु प्रयुक्त होती है। इस प्रकार आठ डाटा फ्रेम मिलकर TDM फ्रेम बनाते हैं तथा 26 TDM फ्रेम 120 m sec का मल्टीफ्रेम बनाते हैं। इसके अतिरिक्त GSM में कई अन्य चैनल होते हैं। ब्रॉडकास्ट कन्ट्रोल चैनल (broadcast control channel) द्वारा बेस स्टेशन को पहचान तथा चैनल स्टेट्स (channel status) पता चलता है। डैडिकेटेड कन्ट्रोल चैनल (dedicated control channel) द्वारा location "updating, registration व call updation होता है । इसके अतिरिक्त कॉमन कन्ट्रोल चैनल होता है जिसके तीन भाग होते हैं-पेजिंग चैनल, जो कि बेस चैनल द्वारा उसकी इनकमिंग कॉल announce करने हेतु प्रयुक्त किया जाता है,random access चैनल,जिसके द्वारा मोबाइल स्टेशन डैडिकेटेड कन्ट्रोल चैनल पर स्लॉट हेतु request करता है तथा access grant channel, जिस पर assigned slot को announce किया जाता है।
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