उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं | Health related Schemes in Uttar Pradesh
नमस्कार दोस्तों, Exams Tips Hindi शिक्षात्मक वेबसाइट में आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं से संबंधित जानकारी (Uttar Pradesh Health Schemes Related GK) दी गई है। जैसा कि हम जानते है, उत्तर प्रदेश, भारत का जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है। उत्तर प्रदेश की प्रतियोगी परीक्षाओं में बहुत ज़्यादा कम्पटीशन रहता है। यह लेख उन आकांक्षीयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो उत्तर प्रदेश सिविल सर्विस (UPPSC), UPSSSC, विद्युत विभाग, पुलिस, टीचर, सिंचाई विभाग, लेखपाल, BDO इत्यादि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है। तो आइए जानते है उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य योजनाएं से संबंधित जानकारी-
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उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं | Health related Schemes in Uttar Pradesh |
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सम्बंधी योजनाएं निम्न हैं-
1. आशा योजना➔ के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को विशेष स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं प्रदान की जाती है। यह एक प्रकार से पीड़िता और स्वास्थ्य केंद्रों के मध्य लिंक वर्कर के रूप में कार्य करती है।
2. ऊषा योजना➔ आशा के आधार पर शहरी क्षेत्रों में संचालित सहायता कम हेतु क्रियान्वित योजना ऊषा है। इसकी शुरुआत वर्ष 2009 में की गई।
3. जननी सुरक्षा योजना➔की शुरुआत वर्ष 2005 में की गई थी। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को अविलंब चिकित्सकीय सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
4 सेहत योजना➔ वर्ष 2015 में प्रारंभ की गई थी। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत सिपसा द्वारा निर्मित एवं संचालित मातृ एवं शिशु मृत्यु दर तथा सकल प्रजनन दर में कमी लाना है। इस परियोजना को पांच जिलों कन्नौज, सीतापुर, अयोध्या, मिर्जापुर एवं बरेली में तीन वर्षों के लिए लागू किया गया है।
5. राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना ➔की शुरुआत वर्ष 2008 में की गई थी। इस योजना में मनरेगा, मजदूरों रिक्शा चालकों, स्वच्छकारों एवं शहरी क्षेत्रों में निवासरत गरीबी रेखा से नीचे निवास करने वाले परिवारों को बीमा सम्बंधित लाभ प्रदान किया जाता है।
6. सलोनी स्वास्थ्य योजना➔ की शुरुआत वर्ष 2008 में की गई थी। इस योजना के अंतर्गत 18-19 वर्ष की छात्राओं को अनिवार्य पोषण आहार संबंधित दवाइयां वितरित की जाती है।
7. सौभाग्यवती योजना➔ गरीबी रेखा से नीचे निवास करने वाले परिवारों को निजी संस्थागत प्रसव की सुविधा प्रदान करने हेतु शुरू की गई है।
8. वन्दे मातरम् योजना➔वर्ष 2004 में प्रारंभ की गई थी। इसके अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क चिकित्सकीय सहायता प्रदान की जाती है।
9. निःशुल्क स्वास्थ्य कार्ड योजना ➔की शुरुआत वर्ष 2005 में की गई थी। इस योजना का मुख्य लक्ष्य है मलिन बस्तियों में निवास करने वाले व्यक्तियों को निःशुल्क चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करवाना।
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य शिक्षा
➤ उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा को मूलभूत आवश्यकता मानते हुए आगरा, झांसी, मेरठ, कानपुर, इलाहाबाद एवं गोरखपुर चिकित्सा महाविद्यालयों में सुपर स्पेशियलिटी विभाग की स्थापना की योजना बनाई है।
➤ इसके अतिरिक्त अयोध्या, बहराइच, बस्ती शाहजहांपुर एवं फिरोजाबाद के जिला मुख्यालय अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में रूपांतरित करने की योजना बनाई है।
➤ गोरखपुर, आगरा, इलाहाबाद एवं कानपुर में बर्न यूनिट की स्थापना की योजना बनाई गई है।
➤ सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 100 आयुर्वेदिक चिकित्सालय स्थापित करने की योजना बनाई प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा मुहैया (उपलब्ध) करवाना आज भी एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्ययन के अनुसार उत्तर प्रदेश में 19.9 प्रतिशत चिकित्सकों की कमी है, जबकि पूरे भारत में यह कमी औसतन 38 प्रतिशत है।
➤ उत्तर प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 50 प्रतिशत तक नर्सिंग स्टाफ की कमी है।
➤ ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी के अनुसार, राज्य के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 84 प्रतिशत विशेषज्ञों की बहुत कमी है।
➤ प्राप्त आंकड़ों अनुसार देशभर में मातृ मृत्यु दर में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। पिछले एक दशक के दौरान उत्तर प्रदेश में शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है।
➤ देशभर में दर्ज हुए जापानी इन्सेफेलाइटिस मामलों में से 75 प्रतिशत से अधिक मामले उत्तर प्रदेश पाए जाते हैं।
➤ गोरखपुर प्रतिवर्ष जापानी इंसेफेलाइटिस (दिमागी बुखार) से पीड़ित रहता है।
➤ जनसंख्या के मामले में उत्तर प्रदेश राज्य भारत का सर्वोच्च राज्य है।
➤ भारत की औसत जन्म दर 20.4 है, वहीं उत्तर प्रदेश की जन्म दर 26.7 है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य शिक्षा संबंधित जानकारी
➤ लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज की स्थापना वर्ष 1911 में हुई थी। 2002 में इसे विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया।
➤ वर्ष 1983 में राज्य सरकार द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान करने एवं शोध हेतु लखनऊ में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना की गई।
➤ संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान ने देश की पहली टेलीमेडिसिन सेवा वर्ष 2006 में की।
➤ यहां पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर इंसेफेलाइटिस स्थापित किया गया है, जो देश का पहला दिमागी बुखार शोध संस्थान है।
➤ राज्य का प्रथम पोस्ट ग्रेजुएट सुपर स्पेशलिटी बाल चिकित्सालय एवं शैक्षणिक संस्थान वर्ष 2013 में नोएडा में स्थापित किया गया है।
➤ चिकित्सा व स्वास्थ्य शिक्षा हेतु प्रदेश में राज्य सरकार के 14 एलोपैथिक मेडिकल कालेज इलाहाबाद, कानपुर, गोरखपुर, आगरा, मेरठ, झांसी, लखनऊ सैफई, कन्नौज, जालौन, आजमगढ़, अम्बेडकर नगर और सहारनपुर से कार्यरत है।
➤ 5 राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेज बांदा, चन्दौली, रामपुर, जौनपुर व बदायूं निर्माणाधीन है।
केंद्र सरकार द्वारा गोरखपुर एवं रायबरेली में एक एक एम्स की स्थापना की गई है।
➤ राज्य में लखनऊ में एक कैंसर संस्थान स्थापित आयुर्वेदिक के 8 राजकीय कालेज लखनऊ, वाराणसी, हंडिया (इलाहाबाद), बरेली, पीलीभीत, अतर्रा (बांदा), झांसी एवं मुजफ्फरनगर में है।
➤ राज्य में 8 राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, अयोध्या, आजमगढ़, गाजीपुर एवं मुरादाबाद में है।
➤ 3 निजी होम्योपैथिक मेडिकल कालेज आगरा, इलाहाबाद एवं ग्रेटर नोएडा में निर्माणाधीन है। राज्य में लखनऊ और इलाहाबाद राजकीय यूनानी पद्धति के कॉलेज हैं।
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