चिंतामणि नागेश रामचंद्र राव का जीवन परिचय
सालिड स्टेट (धन अवस्था) और मैटीरियल कैमिस्ट्री (संरचनात्मक रसायन) के क्षेत्र में प्रख्यात, प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के सदस्य, प्रधानमंत्री राजीव गाँधी, एच.डी. देवेगोड़ा और इंद्र कुमार गुजराल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रहे चिंतामणि नागेश रामचंद्र राव (सी.एन आर. राव) का जन्म 30 जून, 1934 को बंगलौर में माता नागम्मा नागेश राव और पिता हनुमंत नागेश राव के घर में हुआ था। श्री राव अपने माता-पिता की एकमात्र संतान हैं।
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चिंतामणि नागेश रामचंद्र राव का जीवन परिचय |
शिक्षा-दीक्षा
श्री राव प्रारम्भ से ही मेधावी छात्र रहे हैं। आपने महज सत्रह वर्ष की उम्र में मैसूर विश्वविद्यालय के सेन्ट्रल कॉलेज, बैंगलूरू से बीएस सी की डिग्री प्राप्त कर ली थी। आपने एम.एस.सी. की उपाधि 1953 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से प्राप्त की। श्री राव ने महज 24 साल की उम्र में पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। इतनी कम उम्र में पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त करने वाले आप सबसे युवा वैज्ञानिकों में से एक हैं। आपने 1961 में मैसूर विश्वविद्यालय से डीएस सी की उपाधि प्राप्त की। राव को कई अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों ने पीएच.डी की मानद उपाधि प्रदान की है।
विवाह
श्री सी एन राव का विवाह 1960 में इंदुमति राव के साथ हुआ। आपके श्री पुत्र संजय राव बैंगलूरू के स्कूलों में विज्ञान को लोकप्रिय करने में व्यस्त हैं।
आपकी पुत्री सुचित्रा का विवाह श्री एम. गणेश के साथ सम्पन्न हुआ। श्री एम. गणेश “इण्डियन इंस्टीटयूट ऑफ साइंस एजूकेशन एण्ड रिसर्च पुणे के निदेशक हैं।
व्यावसायिक जीवन
आप सर्वप्रथम 1959 में आईआईएससी, बैंगलूरू में लेक्चरर बने। आप आईआईटी खड़गपुर में रसायन विज्ञान विभाग के तीन वर्षों तक प्रमुख रहे। 1976 में आपने इण्डियन इंस्टीटयूट ऑफ साइंस में सालिड स्टेट और स्ट्रक्चरल कैमिस्ट्री यूनिट बनाई। आप 1984 से 1994 तक इण्डियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस के निदेशक रहे। आप जवाहर लाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केन्द्र बैगलूरू के मानद अध्यक्ष भी रहे । आपने 1984 में इस केन्द्र की स्थापना की थी। आप ऑक्सफोर्ड, कैलिफोर्निया, कैम्ब्रिज, सेंट बाखरा आदि अनेक विश्वविद्यालयों के विजिटिंग प्रोफेसर भी रहे है। 2005 में आपको भारत के प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के प्रमुख के पद पर नियुक्त किया गया। डॉ. राव अन्तर्राष्ट्रीय प्रदार्थ विज्ञान केन्द्र के निदेशक भी रहे।
शोध कार्य
प्रोफेसर राव को सालिड स्टेट और मैटरियल कैमिस्ट्री में अपनी विशेषज्ञता के कारण ख्याति प्राप्त है। आपने पिछले पांच दशकों में सालिड स्टेट और मैटीरियल साइंस पर 45 से अधिक पुस्तकें और 1500 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित किए हैं। हाइब्रिड मैटीरियल, सुपर कण्डक्टिविटी, मल्टीफेरोक्सि, सीएमआर मेटिरियल, नैनोटयूब और ग्राफीन नैन्चे मैटिरियल, मेटल इंसुलेटर ट्रांजीशन, ट्रांजीसन मेटल ऑक्साइड सिस्टम आदि विषय आपकी शोध के
प्रमुख विषय रहे हैं।
प्रधानमंत्री की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद में
आप सर्वप्रथम भारत की प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के सदस्य रहे। तदुपरान्त आपने प्रधानमंत्री राजीव गांधी, एच.डी. देवगोड़ा, इन्द्रकुमार गुजराल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद में सदस्य के रूप में कार्य किया।
सदस्यता
श्री सीएन. राव नेशनल अकादमी ऑफ साइन्सेज, अमेरिकन अकाडेमी ऑफ आर्ट्स एण्ड साइंसेज, 'रॉयल सोसायटी (लंदन), रॉयल सोसायटी ऑफ कनाडा, फ्रैंच अकेडमी', 'जापानीज अकेडमी', 'सर्वियन अकेडमी ऑफ साइंसेज एण्ड आर्ट्स' पोलिश अकेडमी ऑफ साइंसेज, 'चेकोस्लोवाक अकेडमी ऑफ साइंसेज', 'स्लोवियन अकेडमी ऑफ साइंसेज', 'ब्राजीलियन अकेडमी ऑफ साइंसेज', 'स्पेनिश रॉयल अकेडमी ऑफ साइंसेज', नेशनल अकेडमी ऑफ साइंसेज', 'अफ्रीकन अकेडमी ऑफ साइंसेज', 'अमेरिकन फिलासिफिकल सोसाइटी', 'पोंटिकल अकेडमी' और 'अकाडेमिया यूरोपिया' के सदस्य रहे हैं।
सम्मान और पुरस्कार
- प्रख्यात रसायन शास्त्री डॉ. राव को 60 से अधिक विश्वविद्यालयों ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। आपने वर्ष 1985 तथा वर्ष 2005 में प्रधानमंत्री की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष पद को सुशोभित किया।
- सन् 1964 में आपको इण्डियन एकेडमी ऑफ साइंसेज का सदस्य नामित किया गया।
- सन् 1964 में आपको फैराडे सोसायटी ऑफ इंग्लैंड का मार्लो मेडल दिया गया।
- 1969 में आपको शान्ति स्वरूप भटनागर पुरस्कार
- 1974 में भारत सरकार ने आपको पद्मश्री
- 1975 में सी.वी. रमन अवॉर्ड
- 1980 में एस.एन.बोस. मेडल
- 1981 में रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री मेडल
- 1985 में पद्म विभूषण सम्मान से अलंकृत किया
- 1988 में जवाहर लाल नेहरू अवार्ड
- 1989 मेघनाथ साहा मेडल
- 1996 में आईन्स्टीन मेडल ऑफ यूनेस्को
- 1999 में इण्डियन साइंस कांग्रेस के शताब्दी पुरस्कार से सम्मानित किया गया
- 1999 में कर्नाटक सरकार ने आपको 'कर्नाटक रत्न' की उपाधि से सम्मानित किया
- 2000 में रायल सोसायटी ने यूजेस पदक देकर अंलकृत किया
- वर्ष 2004 में भारतीय विज्ञान पुरस्कार
- वर्ष 2005 में नाइट ऑफ लेजन फ्रांस, डेन डैविड पुरस्कार तथा लेजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2008 में आपको अब्दुससलाम मेडल एवं निक्केई एशिया पुरस्कार से नवाजा गया।
- वर्ष 2009 में रॉयल मेडल एवं रूस ने ऑर्डर ऑफ फ्रेंडशिप देकर आपको सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2010 में आपको विल्हम वॉन होफमैन मेडल दिया गया।
- वर्ष 2011 में आपको अर्नेस्टो साइंस पुरस्कार, और
- वर्ष 2013 में चाइनीज अकेडमी ऑफ साइंसेज पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
भारत रत्न
भारत सरकार ने डॉ. राव को विज्ञान के प्रति की गई उनकी बहुमूल्य सेवाओं के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से वर्ष 2013 में अलंकृत किया। भारत के राष्ट्रपति महामहिम प्रणव मुखर्जी ने 04 फरवरी, 2014 को डॉ. राव को भारत रत्न अवार्ड देकर सम्मानित किया। डॉ. सी.वी. रमन और एपीजे अब्दुल कलाम के बाद भारत रत्न' से सम्मानित होने वाले आप तीसरे प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक हैं।
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